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हरजाई इश्क़💔

पहली शर्त जुदाई है
इश्क़ बड़ा हरजाई है
गुम हैं होश हवाओं के
किसकी खुशबू आई है
ख्वाब करीबी रिश्तेदार
लेकिन नींद पराई है
चांद तराशे सारी उम्र
तब कुछ धूप कमाई है
मैं बिछड़ा हूँ डाली से
दुनिया क्यों मुरझाई है
दिल पर किसने दस्तक दी
तुम हो या तन्हाई है
दरिया दरिया नाप चुके
मुठ्ठी भर गहराई है
सूरज टूट के बिखरा था
रात ने ठोकर खाई है
कोई मसीहा क्या जाने
जख्म है या गहराई है
वाह रे पागल वाह रे दिल
अच्छी किस्मत पाई है।
●बाली पहलवान
(advocate & certified professional national fitness trainer)

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12 Comments

Mahendra Bhatt

28-Aug-2021 11:05 AM

Beautiful

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🅱🅰🅻🅸

28-Aug-2021 06:08 PM

Heartily thank you

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Miss Lipsa

26-Aug-2021 06:37 AM

Super

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🅱🅰🅻🅸

28-Aug-2021 06:08 PM

Heartily thank you🤗

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Shatakshi Chaturvedi

20-Aug-2021 02:48 PM

Nice... 😊👍🏻

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🅱🅰🅻🅸

21-Aug-2021 07:20 AM

Heartily thank you🤗💗🍫

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